बहरा गणतंत्र: पाठकों की प्रतिक्रियाएं

नरेश शर्मा मेरे मित्र अरुण जी, पूर्व प्राचार्य डीपीएस, जिन्हे मैं काफी पहले से जानता हूं। प्राचार्य और प्रोफेसर तो मेरे अनेकों मित्र हैं, पर अरुण जी थोड़ा हट कर हैं। उन्होंने एक अंग्रेजी कविता संग्रह, डेफ रिपब्लिक, का हिंदी में अनुवाद किया है। शीर्षक है बहरा गणतंत्र। अमरीकी कवि इल्या कामिंस्की के इस संग्रहContinue reading “बहरा गणतंत्र: पाठकों की प्रतिक्रियाएं”

e e cummings translated in Hindi

1 कौन जाने चाँद  कौन जाने चाँद  एक विमान हो,  जो खूबसूरत लोगों से भरे आसमान के एक सुन्दर से शहर से आये तुम्हें और हमें बिठाकर ले जाए फिर क्या  हम उड़ जाएं  ऊपर मंदिर, मस्जिद, गिरिजा घरों की अट्टालिकाओं सितारों और घटाओं से भी ऊपर, और ऊपर उड़कर हम पहुंच जाएं उस नैसर्गिकContinue reading “e e cummings translated in Hindi”